Ghazal
SHAM-E-GHAZAL
Tuesday, 28 August 2012
"यू किसी को खुदा कहा न करो ,
रुसवा नामे खुदा किया न करो"
"होके मायूस टूट जाये दिल ,
इस तरह तुम खफा रहा न करो"
"मुझको रहने दो हाल पर मेरे ,
मेरी खातिर कोई दुआ न करो"
"गीत इश्को वफ़ा के गा गाकर ,
दिल के ज़ख्मो को तुम हरा न करो।"
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