Ghazal
SHAM-E-GHAZAL
Wednesday, 29 August 2012
"झुकी झुकी सी नज़र बेकरार है कि नहीं ,
दबा दबा सा कही दिल में प्यार है कि नहीं
तू अपने दिल की की जवा धडकनों को गिन के बता ,
मेरी तरह तेरा दिल बेक़रार है कि नहीं "
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