"चिठ्ठी न कोई सन्देश जाने वो कौन सा देश जहा तुम चले गये, इस दिल को लगाके ठेस कहा तुम चले गए" इक आह भरी होगी ,हमने न सुनी होगी , जाते जाते तुमने आवाज़ तो दी होगी , हर वक़्त यही है ग़म ,उस वक़्त कहा थे हम कहा तुम चले गए , चिठ्ठी न कोई सन्देश जाने वो कौन सा देश जहा तुम चले गये"
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