ख्वाब
"ख्वाब अधूरे भी कितने सुहाने लगे
होश में आते आते ज़माने लगे "
"रात कैसे कटी जब गुलो से कहा
अश्क दामन में थे मुस्कुराने लगे"
"आँख होती रही नम ख़ुशी के लिए
मुस्कुराये तो ग़म याद आने लगे "
"एक मुफलिस की बेटी जवान क्या हुई
लोग घर में बहाने से आने लगे "
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