"फासले कभी ऐसे भी होंगे मैंने सोचा न था,
सामने बैठा था मेरे फिर भी वो मेरा न था"
"वो की खुशबू की तरह फैला था मेरे चारो ओर
मैं उसे महसूस कर सकता था अपने आस पास "
"आज उसने दर्द भी अपने मुझसे अलग कर लिए
आज मैं रोया तो मेरे साथ वो रोया न था "
"याद करके उसको और भी तकलीफ होती है मुझे,
भूल जाने के सिवा अब और कोई चारा न था"