Ghazal
SHAM-E-GHAZAL
Saturday, 3 July 2021
हुस्न तेरा
"हुस्न
के
समझने
को
उम्र
चाहिए जानम
दो
घड़ी
की
चाहत
में मोहब्बत
नहीं होती"
"राज़ खोलने दो अपने उनको भी जरा
हम ही बताएं उन्हें ये भी तो ठीक नहीं
"
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