"सर्द माहौल है शोलों को जगाये रखिये ,
यानि बीते हुए लम्हों को जगाये रखिये "
कही ऐसा न हो एहसास की वादी सो जाये ,
ज़हन में चंद सवालों को जगाये रखिये "
ग़ुम न हो जाये ख़ुशी सुबह के हंगामे में ,
गम में डूबी हुई रातो को जगाये रखिये
क्या खबर कोई चिरागों को जला दे आकर ,
दिल के वीरान शिवालो को जगाये रखिये।"
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