Ghazal
SHAM-E-GHAZAL
Thursday, 6 December 2012
बेगाना
"कर दिया तेरी नज़र ने सबसे बेगाना मुझे,
सारी दुनिया कह रही है तेरा दीवाना मुझे"
"एक ज़माना हो गया बिछड़े हुए तुझसे मगर,
याद आ जाती है अब भी तेरी रोजाना मुझे"
"बढ गयी मेरी नज़र में और कद्रे ज़िन्दगी,
दे दिया है उसने जबसे ग़म का नजराना मुझे"
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